अजमेर 01 दिसम्बर (वार्ता): राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर में आज विश्व एड्स दिवस पर सेमीनार का आयोजन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण तथा सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सेमीनार में
प्राधिकरण के सचिव एवं अपर जिला सेशन न्यायाधीश रामपाल जाट ने एच.आई.वी. विषयक जागरूकता करते हुए कहा कि यह कोई वांशिक बीमारी नहीं है। सही समय पर इलाज से इसे दूर किया जा सकता है। उन्होंने एच.आई.वी. के साथ जीवन यापन करने वालों को कानूनी अधिकारों के बारे में भी अवगत कराया तथा नेटवर्क साथियों द्वारा बताई गई चुनौतियों के निराकरण के लिए पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया।
सेमीनार में एच.आई.वी. पॉजिटिव लोगों के बीच कार्य करने वाले सक्षम पॉजिटिव महिला नेटवर्क ने महाराष्ट्र और हरियाणा राज्य की तर्ज पर एच.आई.वी. के साथ जीवन यापन करने वाले समुदाय को पेंशन योजना से जोड़े जाने तथा खाद्य सुरक्षा योजना से भी जोड़े जाने की मांग की। साथ ही यह भी कहा कि जो दवाइयां पहले दो महीने की मिलती थी वह अब पंद्रह दिन की ही मिलती है जिससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सेमिनार में 70 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिन्हें लघु फिल्म के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया।
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