अगरतला 02 दिसंबर (वार्ता): त्रिपुरा में विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है।
माकपा ने साथ ही, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से पार्टी कार्यकर्ता शाहिद मिया (65) की हत्या को रोकने में विफल रहे एसडीपीओ, विशालगढ़ राहुल दास और अतिरिक्त एसपी (सिपाहीजाला) रणधीर देबबर्मा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
बुधवार को एक राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान जिला सिपाहीजाला में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भी चारिलाम बाजार में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस की मौजूदगी में माकपा समर्थक की हत्या का विरोध किया। टीएमसी ने मुख्यमंत्री के घर के सामने प्रदर्शन किया, वहीं कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए उनका पुतला फूंका।
माकपा के राज्य सचिव जितेन्द्र चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस विधायक सुदीप रॉयबर्मन और टिपरा मोथा के प्रमुख प्रद्योत किशोर देबबर्मन ने घटना के बाद उनसे बात की थी और राज्य में कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर चिंता व्यक्त की।
चौधरी ने कहा,“ मैंनें उन दोनों और अन्य गैर भाजपा दलों से आगामी चुनाव में भाजपा को हराने के लिए हाथ मिलाने की अपील की। 2018 से भाजपा कार्यकर्ता अपने नेताओं और प्रशासन के साथ मिलकर विपक्षी दलों पर हिंसा कर रहे है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं ने बुधवार को दिनदहाड़े पुलिस की मौजूदगी में शाहिद मिया की हत्या कर दी, जबकि कम से कम 20 माकपा समर्थक घायल हो गए।
गुरुवार को पुलिस अधिकारियों ने शाहिद मिया के शव को उनके परिवार के सदस्यों को सौंपने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस यह सब सत्तारुढ़ नेताओं को खुश करने के लिए कर रही है। उन्होंने पुलिस पर धार्मिक संस्कार में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया।
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