Martyrdom day, अमृतसर, 02 जनवरी (वार्ता) : पंजाब की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो लक्ष्मीकांता चावला ने पंजाब सरकार से मांग की है कि राज्य के सभी स्कूलों, कालेजों में बसंत पंचमी के साथ ही वीर हकीकत का बलिदान दिन मनाया जाना चाहिए। प्रो चावला ने सोमवार को कहा कि पंजाब सरकार ने यह अच्छा कदम लिया है कि स्कूलों के नाम, जातियों के आधार पर नहीं बल्कि शहीदों के नाम पर रखे जाएंगे।
Martyrdom day
उन्होंने कहा कि सरकार को याद रखना चाहिए कि बसंत पंचमी के दिन वीर हकीकत का बलिदान हुआ था, इसलिए सभी स्कूलों में, कालेजों में बसंत पंचमी के साथ ही वीर हकीकत का बलिदान दिन मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन वीर बालकों ने देश और धर्म के लिए जीवन अर्पण किया है, उनको याद करना, उनके बलिदान से शिक्षा लेना, नयी पीढ़ी को प्रेरणा देगा और ऐसे ही बच्चे देश का नाम ऊंचा करेंगे। बाल वीर हकीकत राय ने बड़ी बहादुरी के साथ 14 वर्ष की उम्र में बलिदान दिया था। मुगलों के भरे दरबार में अपना सिर कटवाया, सिर कटने से पहले उसे पत्थर मार मार कर घायल किया गया, पर वीर हकीकत ने अपना धर्म नहीं छोड़ा। उल्लेखनीय है कि स्यालकोट में हकीकत की मुगलों ने क्रूर हत्या के बाद उसी समय उसकी बालिका पत्नी सती हो गई और केवल बटाला में ही सती लक्ष्मी की समाधि है।
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