रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राजस्थान में पाली के निकट राजकियावास-बोमादड़ा रेलखंड के बीच बांद्रा टर्मिनस-जोधपुर सूर्यनगरी रेल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद आज शाम को घटनास्थल का जायजा लिया।
वैष्णव ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि तड़के 3:27 बजे इस रेलगाड़ी के पटरी से उतर जाना एक दुखद घटना है और इसकी सूचना मिलते ही पांच-सात मिनट में ही सब काम पर लग गए और इस पर जोर दिया गया कि यात्रियों की जान बचाई जाये। उन्होंने कहा “मैं खुद तड़के चार बजे से मानिटरिंग कर रहा था। इस घटना में घायल पाली के बांगड़ अस्पताल में भर्ती यात्रियों में एक यात्री को छोड़कर शेष अपने घरों पर जा चुके हैं।” उन्होंने कहा कि इसमें घायल यात्रियों को तुरंत ही सहायता प्रदान की गई और ज्यादा मात्रा में ही दी गई हैं।
उन्होंने कहा कि इस घटना से बाधित मार्ग को बहाल करने के लिए तेजी से काम चल रहा है और बहुल जल्द यह मार्ग शुरु हो जायेगा। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं और कोशिश रहेगी कि यह जांच मंगलवार को पूरी जाये।
रेलवे पटरियों के पास में सड़क बनाये जाने की जरुरत के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा रिवाज नहीं हैं और रेलवे के पास मेडिकल वैन होती है जो घटना के तुरंत बाद कुछ मिनटों में ही मौके पर पहुंच जाती है। उन्होंने कहा कि दुनियां भर में रेलवे में यह सुविधा होती है।
वैष्णव ने स्थानीय लोगों का घन्यवाद किया कि उन्होंने रेलवे की मदद की। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों, जिला प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों से भी मिले और उन्हें भी धन्यवाद दिया कि वे घटना के बाद तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य के लिए तत्परता दिखाई और ठीक समय पर एम्बुलेंस भेजकर अस्पताल में मरीजों के लिए व्यवस्था की तथा मिलजुलकर यात्रियों की मदद एवं सेवा की।
उल्लेखनीय है कि पाली के निकट राजकियावास-बोमादड़ा रेलखंड के मध्य गाड़ी संख्या 12480 बांद्रा टर्मिनस-जोधपुर सूर्यनगरी एक्सप्रेस के तड़के तीन बजकर 27 मिनट पर तेरह डिब्बे पटरी से उतर गए जिनमें 26 यात्री घायल हो गए।
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