Reservation issue, रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा में आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर को लेकर आज पक्ष विपक्ष के बीच जोरदार कहासुनी और हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। शून्यकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने सदन से पारित विधेयक पर 31 दिन बीतने के बाद भी राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर नही किए जाने का मामला उठाते हुए उन्होने भाजपा पर विधेयक पर हस्ताक्षर करने में बाधा पैदा करने का आरोप लगाया।
भाजपा सदस्यों ने इसका कड़ा विरोध किया। पक्ष एवं विपक्ष के सदस्य अपनी अपनी सीटों पर खड़े होकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाऩे लगे। अध्यक्ष डा.चरणदास महंत ने दोनो पक्ष के सदस्यों को शान्त करने का प्रयास किया लेकिन जब उन पर कोई असर नही हुआ तो उन्होने कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही जब दुबारा शुरू हुई तो फिर हंगामा होने लगा। मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदस्य हंगामा करते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने पहुंच गए,और विधानसभा के नियमों के अनुसार स्वमेव निलम्बित हो गए।
डा.महंत ने इस बीच सदस्यों को राज्यपाल के खिलाफ टिप्पणी करने पर कड़ी हिदायत दी। उन्होने कहा कि सदन में राज्यपाल के खिलाफ कोई भी अमर्यादित टिप्पणी स्वीकार्य नही है। भाजपा सदस्य निलम्बित होने के बाद विधानसभा परिसर में स्थित गांघी प्रतिमा के सामने धरना देकर बैठ गए। सदन में गतिरोध को देखते हुए अध्यक्ष ने कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी।
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