घड़ी में रात 12 बजते ही उत्तराखंड में लोगों ने मौज-मस्ती और धूम धाम से नए साल का स्वागत किया। वहीं, सुबह लोगों ने मंदिरों में जाकर हाजिरी लगाई।
नए साल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। पहाड़ से मैदान तक मंदिरों में भारी भीड़ नजर आई।
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तड़के से ही दर्शन के लिए मंदिरों के बाहर लंबी-लंबी लाइन लगी रही। राजधानी देहरादून के टपकेश्वर मंदिर सहित, हरिद्वार में हरकी पैड़ी और मनसा देवी मंदिर, हल्द्वानी के कालू सिद्ध मंदिर, कैंची धाम, मां पूर्णागिरी धाम और गोलू देवता मंदिर में भारी भीड़ दिखी। वहीं, बड़ी संख्या में लोग हरकी पैड़ी गंगा स्नान के लिए पहुंचे।
नैनीताल में नैनादेवी मंदिर और कैंची धाम में तड़के से ही बाबा के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच। वहीं, घोड़ाखाल मे गोलू देवता के दर्शन के लिए भी कतार लगी रही।
मां पूर्णागिरि धाम में भी नव वर्ष पर सुख समृद्धि की कामना लेकर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भक्तों ने माता के दरबार में शीश नवाया और नव वर्ष के लिए मंगल कामना की।
हरिद्वार के मां चंडी देवी, मनसा देवी, दक्षिण काली मंदिर, दक्ष महादेव, सुरेश्वरि देवी और माया देवी मंदिरों में सुबह से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
हरकी पैड़ी पर गंगा में डुबकी लगाकर भी लोगों ने नए साल के पहले दिन मां गंगा का आशीर्वाद लिया। भारी ठंड में भी यहां आस्था का सैलाब दिखा।
भारी ठंड में पहाड़ो की रानी मसूरी और नैनीताल ही नहीं मैदानी इलाकों में भी नए साल के जश्न पर लोग खूब झूमे। कुल मिलाकर लोगों ने खुशी-खुशी 2022 को विदा किया और दिल खोलकर वर्ष 2023 का स्वागत किया।
नए साल के अवसर देहरादून में बड़ी संख्या में श्रद्धालु सांई मंदिर, टपकेश्वर मंदिर और डाट काली मंदिर पहुंचे।
वहीं, डाट काली मंदिर के सामने इतने श्रद्धालु एकत्रित हो गए कि वहां जाम लग गया। सहारनपुर की तरफ से आने वाले और देहरादून से जाने वाले वाहनों की कतार लगी रही।
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