जयपुर, 02 जनवरी (वार्ता): राजस्थान में पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार ने कहा है कि आदर्श ग्राम योजना में चयनित ग्राम पंचायतों को विभिन्न विभागों के कन्वर्जेंस से एक मॉडल ग्राम के रूप में इस प्रकार विकसित किया जाए कि अन्य ग्राम पंचायतों को भी इस दिषा में आगे बढने की प्रेरणा मिले।
कुमार आज यहां इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में सांसद आदर्श ग्राम योजना के अन्तर्गत सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारियों के एक दिवसीय प्रशिक्षण के द्वितीय सत्र के दौरान प्रतिभागियों को सम्बोधित कर रहे थे।
उपस्थित सरपंचों एवं ग्राम विकास अधिकारियों से योजना के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही जिला कलक्टर, सीईओ, उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारियों एवं ग्रामीण विकास के अन्य अधिकारियों को वीसी के माध्यम से योजना के सम्बन्ध में चर्चा की जाएगी।
इसमें आपसी समन्वय से इस योजना की नियमित समीक्षा के लिए निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने प्रशिक्षण के प्रतिभागियों से ग्रामीण क्षेत्र में महिला सशक्तीकरण के लिए अधिक से अधिक राजीविका स्वयं सहायता समूहों का निर्माण और उन्हें प्रोत्साहित करने को कहा।
इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि सांसद आदर्श ग्राम योजना एक प्रमुख योजना है जिसे विभिन्न विभागों के कन्वर्जेंस के माध्यम से संचालित किया जाता है। इसमें सांसद निधि का भी उपयोग किया जा सकता है और इसमें सांसद, सरपंच एवं अन्य जनप्रतिनिधि, ग्रामीण विकास विभाग के फील्ड ऑफिसर मिलकर ग्राम पंचायत के विकास की योजना बनाते हैं एवं उसके आदर्श स्वरूप के लिए कार्य करते हैं।
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